– पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बने क़ानून – विशाल वर्मा उरई/जालौन। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामले में कौशांबी जिले में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जिससे पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था में लगातार प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं आए दिन होने वाली घटनाओं से पत्रकार में रोष व्याप्त है। कई बार पत्रकारों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आती है और कभी-कभी तो कई मामलों में उनकी हत्या भी कर दी जाती है।
गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट में एकत्रित हुए पत्रकारों ने आदर्श पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट कौशल कुमार को सौंपते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की बात कहीं। आपवा के बुंदेलखंड प्रभारी विशाल वर्मा ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून नहीं बनाए गए जिसका नतीजा एक बार फिर कौशाम्बी में देखने को मिला जहां एक पत्रकार को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। कौशाम्बी में पत्रकार फराज असलम की हत्या को लेकर प्रदेश सरकार से मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की। इस दौरान अजय श्रीवास्तव, प्रदीप त्रिपाठी, सुशील पांडेय, मयंक गुप्ता, नितिन, विनय गुप्ता, इसरार खान, आशीष शिवहरे, कुलदीप मिश्रा, गोविंद दाऊ, राकेश बाथम, राकेश सिंह, श्याम बिहारी, राहुल, महावीर याज्ञिक, मुबीन खान, मयंक सैनी, नसीम, सुधीर राणा, रविन्द्र गौतम, संजीव सिपौलिया, विक्की परिहार, रंजीत सिंह, रविकांत, सिराज, विकास गुप्ता, अफरोज, प्रदीप कुमार महतवानी आदि मौजूद रहे।