उरई/जालौन। उत्तर प्रदेश विकास हेतु शासन द्वारा निर्धारित 37 प्रपत्रों पर योजनाओं की प्रगति मासान्त माह सितम्बर 2020 की मासिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डाॅ0 मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में समस्त अधिकारियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क के प्रयोग का अनुपालन करते हुये बैठक प्रारम्भ हुई जिसमें जिलाधिकारी द्वारा जालौन बस अड्डा के निर्माण एवं पर्यटन स्थलों के विकास कार्य के बारे में जानकारी की जिस पर कार्य शीघ्र पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये।
उन्होने विद्युत पावर स्टेशन के निर्माण की पूर्ण तथा उसे शीघ्र चालू किये जाने के निर्देश दिये गये। उन्होने जालौन पुलिस चौकी एवं राजकीय डिग्री कालेज माधौगढ़ के भी निर्माण कार्य संबंधित कार्यदायी संस्था को पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होने लघु सिंचाई के कार्यो एवं बोरिंग के कार्यो को लक्ष्य के सापेक्ष पूर्ण कराये जाने तथा नहरों में पानी भरपूर्ण उपलब्ध किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होने अवैध खनन में सात प्रकरणों पर एफआईआर दर्ज कर तथा उस पर क्या कार्यवाही की गई उसके बारे में भी जानकारी की तथा संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी द्वारा कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान पिछले वर्ष किसानों के ऊपर पराली जलाने पर एफआईआर दर्ज हुई थी उस पर अभी तक क्या कार्यवाही हुई तथा जुर्माना वसूली की भी जानकारी की। उन्होने यह भी कहा कि सभी किसानों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराया जाये कि पराली जलाने पर इस एक्ट के अनुसार गलत हैं। उन्होने कापरेटिव में लम्बित विभिन्न विभागों द्वारा जमा धनराशि के संबंध में रिपोर्ट प्रेषित करने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के विभिन्न मार्गो के चौड़ीकरण की स्थिति की जानकारी की जिस पर अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया। उन्होने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के कार्यो की प्रगति तथा पोर्टल पर पात्र किसानों की फीडिंग का कार्य, फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों के भुगतान की स्थिति की जानकारी की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया।
उन्होने गौवंश आश्रय स्थल के निर्माण की प्रगति तथा सुरावली गौशाला के निर्माण शीघ्र कराये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होेने यह भी कहा कि कोई भी अन्ना पशु सड़कों पर घूमते हुये न पाये जाये उन्होने इस संबंध में अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका जालौन को स्पष्टीकरण दिये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होने पशु टीकाकरण की भी जानकारी की तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पशुओं के लिये आवश्यक दवाये मांग किये जाने के भी निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होने चिकित्सकों के कार्यो की तथा उनके अस्पतालों में उपस्थिति की भी जानकारी की जिस पर बताया गया कि कुछ चिकित्सकों द्वारा बराबर अनुपस्थिति चल रही है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि इन्हे हस्तान्नातरण किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने आयुष्मान भारत योजना, परिवार नियोजन, टीकाकरण तथा अन्य कार्यो के बिन्दुवार समीक्षा की जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी द्वारा ग्राम स्वराज योजना के अन्तर्गत कार्य भी जानकारी की जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा अपने विभागों से संबंधित कार्यो के बारे में अवगत कराया। जिलाधिकारी द्वारा अमृत योजना की प्रगति की भी समीक्षा की जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जानी है वहां शीघ्र पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। उन्होने प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना के अन्तर्गत सड़कों के निर्माण एवं मरम्मत की भी जानकारी की तथा अब तक के कार्यो की रिपोर्ट उपलब्ध किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होने महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कार्यो के संबंध में निर्देशित किया कि महिला सहायता समूहों के चैक किये जाने के भी निर्देश दिये गय। उन्होने उद्यान मिशन के अन्तर्गत योजनाओं की भी समीक्षा की।
जिलाधिकारी द्वारा सामूहिक विवाह योजना, पेंशन योजना, छात्रवृत्ति आदि की भी समीक्षा की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया। उन्होने कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत प्राप्त आवेदन पत्रों के विभिन्न विभागों द्वारा लम्बित प्रकरण पर शीघ्र निस्तारण किये जाने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को उन्होने सामाजिक वनीकरण योजना के अन्तर्गत विभिन्न विभागों द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष वृक्षारोपण की प्रगति कम पाये जाने पर उसे शीघ्र पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। उन्होने कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत लक्ष्य के सापेक्ष कम पंजीकरण पाये जाने पर उसे और बढ़ाये जाने के निर्देश दिये।
उन्होने उद्योग, श्रम प्रवर्तन तथा आदि विभागों की समीक्षा बिन्दुवार की जिस पर संबंधित अधिकारी द्वारा विस्तार से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन विभागों की प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष कम है वह विभागीय अधिकारी शत प्रतिशत पूर्ण किये जाये इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 अल्पना बरतारिया, वनाधिकारी अंकेश कुमार श्रीवास्तव, पी डी डाॅ० शिवाकान्त द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी मिथलेश सचान, उप निदेशक कृषि आर. के. तिवारी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।