– आठ विभागों के सहयोग से चल रहा है, आशा कार्यकर्ता घर घर कर रही जागरुक उरई/जालौन। विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का गुरुवार से शुरू हो गया। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आईसीडीएस, पंचायतीराज, स्वच्छ भारत मिशन, शिक्षा विभाग, नगर विकास विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और दिव्यांगजन विभाग समेत आठ विभागों के सहयोग से यह अभियान शुरू हुआ। इस अभियान में 1250 ग्रामीण क्षेत्रों में और नौ शहरी क्षेत्रों में टीमें अभियान चला रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. जी एस स्वर्णकार ने बताया कि अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगों को मच्छर जनित बीमारियों के बारे में जागरुक कर रही है। साथ ही घर में बीमारी और मच्छर पनपने के स्थान के बारे में भी जानकारी ले रही है। आशाओं को निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी घर की कुंडी नहीं खटकाएंगी। कोविड 19 के प्रोटोकाल का पालन करेंगी। साथ ही लोगों को भी कोरोना के प्रति जागरुक करेगी। उन्होंने बताया कि एक सितंबर से 21 सितंबर तक शहरी क्षेत्र में चले अभियान में 5548 घरों का सर्वे किया गया था। जिसमें 20542 पात्र देखे गए। जिसमें 12 पात्रों में मच्छर पनपने की संभावना मिलने पर उन परिवारों को नोटिस भी जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया टीमों का भी रोस्टर तैयार किया गया है। जो लार्वीसाइड का छिड़काव करेगी। डीसीपीएम डा. धर्मेंद्र ने बताया कि अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बीस से पच्चीस घरों में रोजाना जाकर लोगों को जागरुक करना और सर्वे करना है।
शिशु जन्म के बारे में भी पूछेंगी –
अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता घरों में जाकर यह भी पूछेगी कि जनवरी से अब तक उनके घर पर कोई बच्चा तो पैदा नहीं हुआ है। यदि हुआ है तो उसकी पूरी डिटेल भरेगी।