– योजना को जीवंत रखने में आयुष्मान मित्रों का योगदान सराहनीय व अभूतपूर्व – डॉ आशीष उरई/जालौन। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की शुरुआत आज ही के दिन दो साल पहले यानि 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गई थी। योजना के अंतर्गत जनपद जालौन के कुल 105042 लाभार्थी परिवारों को सम्मिलित किया गया। शुरुआत में जिला चिकित्सालय समेत चार शासकीय अस्पताल व तीन निजी अस्पतालों को योजना के लाभार्थियों के उपचार के लिए पंजीकृत किया गया था। वर्ष 2019 में राजकीय मेडिकल कालेज समेत छह अन्य शासकीय अस्पतालों को भी योजना से जोड़ा गया। वर्तमान में जनपद के 14 चिकित्सालय आयुष्मान योजना में अपनी सेवा दे रहे हैं।
जनपद में आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि शासकीय चिकित्सालयों में नियुक्त किये गए दस आयुष्मान मित्र योजना की रीढ़ की हड्डी हैं। जनपद के लाभार्थियों को समुचित सुविधाएं, अस्पताल में भर्ती से डिस्चार्ज करने और क्लेम प्रक्रिया को पूरी करने की जिम्मेदारी आरोग्य मित्र की ही होती है, जो एक योद्धा की तरह योजना को जीवंत बनाकर रखने में अभूतपूर्व योगदान दे रहे हैं। वर्तमान में सभी सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला महिला अस्पताल व जिला अस्पताल के साथ राजकीय मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान मित्र तैनात हैं। उन्होंने बताया कि सभी आयुष्मान मित्र अपने कार्य मे दक्ष हैं। विशेष रूप से राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन में नियुक्त आरोग्य मित्र मुजाहिद, पूर्व में सीएचसी जालौन में नियुक्त अन्नपूर्णा, माधौगढ़ सीएचसी में स्वाति व कदौरा सीएचसी में अभिषेक योजना के सफलता में अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं।
मुजाहिद ने मेडिकल कॉलेज में मरीजों के दर्द को अपना दर्द समझा –
राजकीय मेडिकल कॉलेज में अब तक 568 मरीजों को योजना के अंतर्गत सुविधा दी गई है। आयुष्मान के लाभार्थी जब उपचार कराने मेडिकल कॉलेज आते हैं तो एक विश्वास के साथ आते हैंए उस विश्वास को सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्र मुजाहिद अपने कंधों पर लेते हैं।
लाभार्थियों को कोई परेशानी न होए इसके लिए व्यापक इंतजाम नोडल अधिकारी डॉ संजीव गुप्ता के निर्देशानुसार किए गए हैं व आयुष्मान मित्र मुजाहिद सहज तरीके से लाभार्थियों को अस्पताल में सभी सुविधाएं दिलवाने में मदद करते हैं। डिस्चार्ज के समय मरीजों द्वारा दिया गया आशीर्वाद से मानवता की सेवा का मकसद उन्होंने सीखा है।
अन्नपूर्णा के लिए मरीज की सेवा में ही पूजा है –
पूर्व में जालौन सीएचसी व वर्तमान में जिला महिला चिकित्सालय में नियुक्त आयुषमान मित्र अन्नपूर्णा अपने शुरुआती दिनों से ही मरीजों को अपने अस्पताल में समुचित उपचार की सुविधा दिलाना ही अपनी पूजा का पर्याय मान लिया था।
आज भी आयुष्मान के मरीजों को उपचार व जांच में उनका सहयोग सराहनीय है। साथ ही किसी विषम परिस्थिति में विशेष उपचार के लिए झांसी, कानपुर व लखनऊ के प्रमुख अस्पताल की जानकारी भी वह मरीजों को देना नहीं भूलतीं।
स्वाति समाज को स्वास्थ्य के प्रति करती हैं जागरूक –
माधौगढ़ सीएचसी में नियुक्त आयुष्मान मित्र स्वाति पूरे ब्लॉक में शिविर के माध्यम से लाभार्थियों के गोल्डनकार्ड बनाते हुए लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करती हैं, साथ ही योजना के अंतर्गत उपचार की सुविधा प्रदेश व देश के जिन बड़े अस्पतालों में उपलब्ध हैए उसकी भी जानकारी देती है। कोई भी लाभार्थी मरीज अपने किसी गंभीर बीमारी के उपचार की सलाह के लिए अच्छे अस्पताल की जानकारी स्वाति से ही लेते हैं। इन्होंने कभी किसी भी मरीज को निराश नहीं किया है। साथ ही अपने सीएचसी में भी मरीजों को भर्ती करने से क्लेम प्रक्रिया पूरी करने में शत प्रतिशत सेवा देती है। अब तक 140 लाभार्थी मरीजों को इन्होंने अपने सीएचसी में पंजीकृत किया है।
आयुष्मान मित्र अभिषेक कदौरा में, आकाश कालपी व अजय कोंच में योजना को पहुंचा रहे जन जन तक
कदौरा, कालपी व कोंच के सीएचसी का पंजीकरण एवं तीनों आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति एक साथ ही हुई थी। अपने अपने ब्लॉक में तीनों योजना को जन जन तक पहुंचाने व लाभार्थियों को उपचार दिलाने में पूरी तरह से सक्रिय हैं। साथ ही नदीगांव से राघव व रामपुरा से मोहित अपनी दक्षता के अनुसार कार्य कर रहे हैं। कदौरा में अब तक कुल 100, कालपी में 80, कोंच ने 150, नदीगांव में 51 व रामपुरा में 38 मरीजों को योजनांतर्गत पंजीकृत कर अपने सीएचसी में उपचार की सुविधा आयुष्मान मित्रो द्वारा दी गई है।
सभी टीम कर रही पूरी तन्मयता से काम –
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अल्पना बरतारिया ने आयुष्मान दिवस की पूर्व संध्या पर बताया कि जनपद जालौन में डॉ आशीष के नेतृत्व में आयुष्मान मित्रों के साथ योजना के सभी सदस्य पूरी तन्मयता से क्रियाशील हैं। सितंबर के प्रथम सप्ताह में साचीज संस्था द्वारा जारी की गई सूची में आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को समुचित उपचार दिलाने के मामले में प्रदेश में 14वां व बुंदेलखंड में पहला स्थान मिला है, जो निश्चित रूप से एक सराहनीय उपलब्धि है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन
जिला चिकित्सालय उरई
जिला महिला चिकित्सालय उरई
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जालौन
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माधौगढ़
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कदौरा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुरा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नदीगांव
इसके अलावा जनपद के 4 निजी अस्पताल कान्हा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल उरई, नेत्रज्योति हॉस्पिटल उरई, किलकारी मेडिकल सेंटर कालपी, नारायण नेत्रालय कालपी भी योजना में योजना में पंजीकृत है।
जनपद जालौन एक नजर
कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या – 105042
पीएमजेएवाई – 103682
एमएमजेएए – 1360
गोल्डनकार्ड निर्गत किये गए – 84150
कुल परिवारों को दी गई गोल्डन कार्ड – 31821
जनपद के कुल लाभार्थी मरीजों का उपचार हुआ – 5397
जिसकी कुल राशि – 5 करोड़
कुल क्लेम निस्तारण – 4176
जिसकी कुल राशि – 4 करोड़
इलाज में पूरी मिली मदद –
कालपी के मोहल्ला इंदिरानगर की आयुष्मान लाभार्थी शिवांगी ने बताया कि उसने अपने मोतियाबिंद का इलाज कालपी के नारायण नेत्रालय में कराया था। इलाज में आयुष्मान मित्र और अस्पताल के स्टाफ ने पूरा सहयोग दिया। अब वह बिल्कुल स्वस्थ है। आयुष्मान योजना से उसे बड़ा लाभ हुआ।