जालौन। हल्की हल्की फुहार है ये सावन की बहार है, संग पिया के झूलें आओ आज हरियाली तीज का त्यौहार है। इन पंक्तियों के साथ महिलाओं ने पेड़ों पर झूले डाले और शिव पार्वजी की पूजा अर्चना की। सावन का महीना भगवान शिव का महीना माना जाता है। इस महीनें में कई व्रत व त्यौहार मनाए जाते हैं जिसमें हरियाली तीज का महिलाओं को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस त्यौहार का क्रेज सबसे अधिक नई नवेली दुल्हनों में होता है। वह पूरे सोलह श्रृंगार करती हैं।
हरियाली तीज के मौके पर महिलाएं प्रकृति के रंग हरी साड़ी पहनकर शिव मंदिरों में पहुंची जहां उन्होंने माता पार्वती व भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर अपने पति व परिवार के सौभाग्य की कामना की। पं. अरविंद बाजपेई बताते हैं कि इस दिन माता पार्वती का भगवान शिव से पुनर्मिलन हुआ था। आज के दिन सुहागिनें और कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर को पाने की कामना के लिए व्रत रखती हैं और माता पार्वती व भगवान शिव शंकर की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करती हैं। जो महिला यह व्रत रखती है उसका दांपत्य जीवन खुशहाल होता है और उसकी संतान को किसी तरह का कोई कष्ट नहीं होता है। कोरोना महामारी के चलते हरियाली तीज के मौके पर सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान रखा गया।