– आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं, जांच में जुटी पुलिस कदौरा/जालौन। कदौरा थाना परिसर में बीती रात सिपाही ने अपने ही कक्ष में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। अलसुबह स्टाफ को हुई जानकारी के बाद पुलिस महकमे में हडक़ंप मच गया जिसकी सूचना परिजनों के साथ प्रशासन को दी गई। सूचना पाकर एसपी, एएसपी, एसडीएम आदि ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।
मामले में बताया गया कि वर्ष 2019 से कदौरा थाने में तैनात 93 बैच के सिपाही रमेश चंद्र यादव (45 वर्ष) निवासी झांसी का शव थाने की नई बिल्डिंग में उन्हीं के कमरे से पंखे से पतले चद्दर के फंदे से लटकते पाया गया। गुरुवार की सुबह स्टाफ को जानकारी तब हुई जब आरओ वाटर रखने वाला कैन लेकर उनके कमरे में गया तो उक्त सिपाही का शव पंखे से झूल रहा था। बताया गया कि उक्त सिपाही इसी जुलाई माह के पहले सप्ताह में छुट्टी पूर्ण कर वापस आया था। उनके मिलने वालों व स्टाफ ने बताया कि तभी से वह अक्सर चुप व अनबने रहते थे। बुधवार की सुबह उन्होंने बैंक ड्यूटी भी की एवं शाम को हर रोज की तरह चाय की दुकान व उसके बाद थाना मैस में बैठे रहे। लगभग आठ बजे वह अपने कमरे में चले गए।
कदौरा निवासी कोई मित्र युवक उनके कमरे में गया व काफी देर उन लोगों आपस में बातचीत भी हुई। इसके बाद उनका मित्र कमरे से खाली टिफिन मैस में लेकर आया। उसके बाद सिपाही कमरे से बाहर खाना लेने के लिए भी नहीं निकला। बिल्डिंग में रहने वाले साथी सिपाही चालक कल्याण सिंह भी कल छुट्टी गए थे व बगल के कमरे के दरोगा शैलेंद्र सिंह का ट्रांसफर हो जाने से वह बाहर थे। खुद को अकेला पाकर सिपाही द्वारा आत्महत्या कर ली गई। सुबह जानकारी होने पर स्टाफ द्वारा उनके परिजनों व प्रशासन को सूचना दी गई। गुरुवार की सुबह घटना स्थल पर पहुंचे कप्तान डा. सतीश कुमार, एसडीएम कौशल कुमार, एएसपी अवधेश कुमार, सीओ संतोष कुमार, निरीक्षक जितेंद्र सिंह व एसओजी टीम, फारेंसिक टीम द्वारा जांच पड़ताल की गई। वहीं पुलिस अधीक्षक द्वारा शव के पोस्टमार्टम के बाद ही जांच कार्रवाई की बात कही गई।
मृतक के परिजनों का किया गया घंटों इंतजार –
गुरुवार की सुबह सिपाही द्वारा थाने में आत्महत्या की जानकारी होते ही मृतक के झांसी निवासी परिजनों को सूचना दे दी गई। वहीं मृत सिपाही के रिश्तेदार ग्राम ककरउ हमीरपुर व पारा कंदौर हमीरपुर व डकोर जालौन से थाने पहुंचे। सिपाही की पत्नी शैल कुमारी व बेटी सीमा, शिवम, छोटू निवासी झांसी दो बजे के बाद थाने पहुंचे व रोते बिलखते रहे। मृत सिपाही सात भाई थे जिनमें अधिकांश पुलिस विभाग में ही अलग अलग जगह तैनात हैं। सिपाही का पैतृक घर कुलपहड़ा महोबा में है।
रोते बिलखते परिजन लगाते रहे मौखिक आरोप –
घटना के बाद मृत सिपाही के परिजनों में कुछ रिश्तेदार मौत को लेकर आरोप लगाते नजर आए। थाना परिसर में पहुंचे मृतक के परिवारीजन रोते बिलखते रहे। मृतक के सिपाही भाई अर्जुन सिंह व सुरेंद्र सिंह द्वारा उक्त मामले को साजिश बताकर हत्या का आरोप लगाया गया।