कदौरा/जालौन। कदौरा क्षेत्र में मनरेगा मजदूरों को खुदाई में सिक्के मिलने की सूचना पर प्रशासन द्वारा जांच पड़ताल की गई। गांव पहुंची टीम द्वारा मजदूरों को एकत्र कर उनसे ले जाए गए सिक्कों को वापस मंगाया गया।
विकास खंड व थाना कदौरा क्षेत्र के ग्राम कुसमरा बावनी में शनिवार को मनरेगा के तहत कच्ची सडक़ के लिए मजदूर गांव से गौशाला तक खुदाई कर रहे थे तभी अचानक कुछ मजदूरों को खेत में सिक्कों से भरा कलश मिला जिन्हें मजदूर आपस में बांटकर घर ले गए। मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम कौशल कुमार के निर्देशन पर कुसमरा बावनी पहुंची जांच टीम में लेखपाल शिवमंगल पाठक, दरोगा मयंक वर्मा, धीरेंद्र कुमार व प्रधान संतोष कुमार ने सिक्के मिलने वाली जगह का मुआयना किया व काम करने वाले मजदूरों की लिस्ट बनवाकर पंचायत भवन में बुलवाया। मजदूर कारेलाल, सुनील, सावित्री, कुंवर प्रसाद, बाबू, अनिल आदि ने बताया कि खुदाई में कलश मिलटा था जिसके सिक्के वह बांटकर घर ले गए। सिक्के वापस मंगवाने के लिए लेखपाल द्वारा कहा गया तो एक एक कर कई मजदूरों ने करीब चार किलो तक सिक्के वापस लौटा दिए। लेखपाल द्वारा बताया गया कि लगभग दस से पंद्रह किलो सिक्के मिलने की जानकारी मिली है। जो सिक्के वापस आए हैं उन्हें तहसील ट्रेजरी में जमा किया जाएगा। उक्त धातु तांबा प्रतीत होती है एवं सिक्के बहुत पुराने हैं। वहीं स्वर्णकार द्वारा बताया गया कि एेसे सिक्के सन् 1000 में अकबर के शासनकाल में जारी हुए थे एवं सिक्के छह से सात सौ साल पुराने होंगे।