उरई/जालौन। घंटाघर चौराहे पर लावारिश अवस्था में खड़े एक अबोध बालक पर बाजार आई एक महिला की नजर पड़ी। काफी देर तक जब उस अबोध बालक के परिजन नहीं दिखे तो उक्त महिला मासूम को कोतवाली ले आई जहां पर कोतवाल जेपी पाल के अथक प्रयास से मासूम के परिजनों का पता लगाया गया और बाद में बाल कल्याण अधिकारी की मौजूदगी में मासूम को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
बुधवार को घंटाघर पर एक मासूम जिसकी उम्र मात्र तीन वर्ष है सड़क के किनारे खड़ा रो रहा था तभी नया पटेल नगर निवासी नेहा दुबे वहां से गुजरी तो उक्त बालक को रोता देख रुक गई और उसके परिजनों को तलाश किया। काफी देर तक जब कोई नहीं मिला तो उक्त महिला मासूम को कोतवाली ले आई और पूरे मामले से कोतवाल जेपी पाल को अवगत कराया। उन्होंने तुरंत ही एक्शन लेते हुए मासूम के परिजनों को ढूंढने के प्रयास शुरू कर दिए। लगभग तीन घंटे के प्रयास के बाद मासूम के परिजन मिल गए और बाल कल्याण अधिकारी की मौजूदगी में मासूम शाबान खान को उसके पिता एरार खान निवासी मवई अहीर थाना कदौरा के हवाले कर दिया गया।