– पीएचसी महेवा में फ़ैली अव्यवस्थाओं को देख नोडल अधिकारी ने जतायी नाराजगी
– निरीक्षण के दौरान नहीं दिखा सोशल डिस्टेंसिंग का नियम
उरई/जालौन। नोडल अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कालपी तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महेवा का निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम नोडल अधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कालपी का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी द्वारा डाॅक्टर एवं स्टाफ के बारे में जानकारी ली जिस पर संबंधित द्वारा बताया गया कि 9 डाॅक्टरों की वेकेन्सी में 4 डाॅक्टरों की तैनाती की गयी है। जिसमें 1 डाॅक्टर अस्वस्थ्य होने की वजह से मेडिकल लीव पर गये हैं। नोडल अधिकारी द्वारा अस्पताल के समस्त वार्डो का निरीक्षण किया गया और मरीजों के बारे में जानकारी की जिस पर बताया गया कि ओपीडी में 102 मरीज देखे जा चुके हैं। सोशल डिस्टेंसिंग न होने के कारण नोडल अधिकारी ने संबंधित से निर्देशित करते हुये कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का शत प्रतिशत पालन किया जाये।
इसके उपरान्त नोडल अधिकारी द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महेवा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी द्वारा डाॅक्टर एवं स्टाफ के बारे में जानकारी की जिस पर संबंधित द्वारा बताया गया कि 4 महीने पहले डाॅ0 दुर्गेशपति त्रिपाठी की संविदा पर नियुक्ति की गयी थी। परन्तु वो कभी आते नहीं हैं। इमर्जेन्सी की कोई भी सुविधा नही हैं।
नोडल अधिकारी द्वारा संबंधित से मरीजों के बारे में जानकारी की जिस पर बताया गया कि 5 मरीज देखे जा चुके हैं। संबंधित द्वारा नोडल अधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि डाॅक्टर स्टाफ के लिये बनाये गये आवासों में ग्रामीण द्वारा उसमें भूसा भर दिया गया है तथा अस्पताल की बाउण्ड्री वाल तोड़कर गेट भी ले गये। निरीक्षण के दौरान नायक तहसीलदार, लाइजिंग अफसर पंकज कुमार सहित अस्पताल के समस्त डाॅक्टर एव कर्मचारी मौजूद रहे।