शाहाबाद/रितेश मिश्रा। आर्यसमाज की दिलेरगंज में हुई बैठक में आर्य समाज के पदाधिकारियों ने मोहल्ला चौक स्थित आर्य समाज मंदिर भवन का विध्वंस करने वाले अराजकतत्वों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग स्थानीय एवं जिला प्रशासन से की है। पदाधिकारियों ने बताया कि गत दिनों इस घटना को लेकर
उपजिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अवधेश कुमार को सौंपकर अराजकतत्वों पर कार्यवाही की मांग की है।
बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते ही सैकड़ों साल पुराने आर्य समाज मंदिर को ढहा दिया गया। अभियुक्त दृष्टि गोचर मिश्रा व उनके कुछ सहयोगियों पर आर्य समाज मंदिर को तोड़े जाने एवं वहां पर अनैतिक व दबंगई से भूमि कब्जाने का आरोप लगाया गया है। यह भी आरोप है कि पूर्व सभासद दृष्टि गोचर मिश्रा आर्य समाज मंदिर की करोड़ों की जगह पर अवैध कब्जा कर जबरिया नई व्यावसायिक इमारत बनाना चाहते हैं।
बैठक में बताया गया कि एक अंतराल पूर्व यहाँ बच्चों की पढ़ाई लिखाई का कार्य किया जाता रहा है। पदाधिकारियों के मुताबिक ये लोग दबंग व राजनीतिक संरक्षण प्राप्त व्यक्ति हैं इसलिए स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। जब कि उक्त आर्य समाज मन्दिर सैकड़ों वर्ष पुराना था, जो लोंगों की आस्था से भी जुड़ा है। आर्यजनों की भूमि पर यज्ञ स्थल, भवन व मंदिर व वेद प्रचार स्थल को विध्वंस करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। भू माफिया बलात कब्जा करने की फिराक में हैं।
आर्य समाज की इस बैठक में आर्य समाज के प्रधान ओम प्रकाश आर्य, नवनीत गुप्ता, विश्व मित्र, राम प्रसाद आर्य, आकाश आर्य, शेर सिंह, कैलाश सिंह आर्य, रामाश्रय मिश्र आर्य, राज कुमार चक्रवर्ती आर्य, राम प्रसाद, योगेश आर्य, श्यामजी आर्य, एवं प्रमोद आर्य समेत अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।इस आपात बैठक से पहले यज्ञ कर परमेश्वर से सभी को सद्बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई। उल्लेखनीय है कि रविवार दोपहर को प्रभारी निरीक्षक महेश चंद्र पांडेय,सरदार गंज पुलिस चौकी प्रभारी राजेश्वर त्रिपाठी ने अपने आरक्षियों के साथ आर्य समाज मंदिर स्थल का मौका मोयना किया।