कछौना/रितेश मिश्रा। आमजनमानस के जीवन में दस्तावेजों के बहुत अलग महत्व हैं। व्यक्ति के पैदा होने पर जन्म प्रमाण पत्र, वहीं मृत्यु होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र। जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिये अनिवार्य है। इन दोनों ही दस्तावेजों को बनने के लिए जनवरी माह 2020 से ऑनलाइन सेवा जिम्मेदार अधिकारियों ने बंद कर दी थी।
छः महीने का समय गुजरने के बाद भी अभी तक दोबारा चालू नहीं की गई है। जिसके कारण आम जनमानस विभिन्न योजनाओं में मृत्यु के उपरांत परिवार को होती है। इसमें चाहे इंश्योरेंस का पैसा मिलना हो, खातो में रखा पैसा निकालना हो, राष्ट्रीय परिवारिक लाभ, विरासत दर्ज कराने व विधवा पेंशन या अन्य कई कामों में भी मृत्यु प्रमाण पत्र की महती आवश्यकता होती है। वहीं जन्म प्रमाण पत्र देश में पैदा होने वाले हर बच्चे का यह सबसे पहला दस्तावेज है। जिसके जरिए देश की नागरिकता पाने का अधिकारी होता है।
जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत बहुत से सरकारी कामों में जरूरी होता है। पासपोर्ट बनवाने, स्कूल कॉलेजो में दाखिले, वोटर आईडी कार्ड में जरूरत पड़ती है। परंतु जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह साइट छः महीने से बंद चल रही है। जिसको पुनः चालू कराने के लिए जय हिंद जय भारत मंच ने जनसुनवाई संख्या 40015520021834 के माध्यम से शिकायत की है। परंतु काफी समय गुजर जाने के बाद भी आज तक समस्या का निराकरण नहीं हुआ है। जिसके चलते आम जनमानस दर-दर भटकने को मजबूर है।