– अत्याधिक कटौती से पेयजल समस्या से भी जूझ रहे ग्रामीण कुठौंद/जालौन। कुठौंद ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों उमस भरी गर्मी के बीच बिजली की आंखमिचौली से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चौबीस घंटे में लगभग पचास बार से अधिक बिजली की कटौती से गर्मी में लोग बेहाल हैं। दिन हो या रात बराबर बिजली न मिलने से लोगों को पानी के लिए भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
एक तरफ जहां बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा बकाएदारों पर जुर्माना व मुकदमा की कार्रवाई की जाती है वहीं दूसरी तरफ बिजली न आने का कारण जानने के लिए जब ग्रामीणों द्वारा संबंधित अधिकारियों को फोन किया जाता है तो फोन ही रिसीव नहीं होता है।
कस्बा कुठौंद में बने पावर हाउस पर उदोतपुरा स्टेशन से बिजली की सप्लाई दी जाती है। सूबे की योगी सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में बीस घंटे बिजली देने का वादा किया जाता है लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारियों को शायद इससे कोई लेनादेना नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी में जब बिजली की कटौती होती है तो गांव में लोगों का जीना दूभर हो जाता है। कस्बा कुठौंद के आरएसएस के प्रांतीय अधिकारी अभिनव दीक्षित का कहना है कि कुठौंद में बिजली आने जाने का कोई भी समय नहीं है। एक बार अगर बिजली चली जाए तो यह कहना मुश्किल हो जाता है कि अब दोबारा कब तक आएगी।
सरकार भले ही बीस घंटे बिजली देने का एलान कर चुकी हो लेकिन यहां पर तो दस घंटे भी बिजली नहीं रह रही है। इस संबंध में श्री दीक्षित ने कहा कि अगर बिजली की समस्या का यही हाल रहा तो इसकी शिकायत जल्द ही मुख्यमंत्री से की जाएगी। वहीं बजरंग दल के खंड संयोजक गौरव त्रिपाठी, भगवान दुबे, राजा तिवारी, आदित्य जादौन आदि कार्यकर्ताओं ने व्यापार मंडल के साथ मिलकर खंड विकास अधिकारी और प्रभारी निरीक्षक को भी बिजली की कटौती के संबंध में ज्ञापन दिया है।