शाहाबाद/हरदोई। शिव सत्संग मण्डल के हुसैनापुर धौकल आश्रम पर हुए ब्रह्मलीन संत श्री कृष्ण कन्हैया की जयंती पर आयोजित धर्म उत्सव में उपस्थित शिक्षाविदों, विद्वानों, साधकों ने आह्वान किया कि वे अपने अंदर आध्यात्मिक गुणों को विकसित करते हुए समाज व राष्ट्र की सेवा करें। स्वयं का जीवन आदर्शमयी बनाते हुए जनजीवन में नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक संस्कृति की स्थापना करें।
इस अवसर पर मण्डल के आद्य परमाध्यक्ष संत श्रीपाल ने कहा कि शिव सत्संग मण्डल के संस्थापक संत श्री कृष्ण कन्हैया “बाबूजी” आध्यात्म और ज्ञान के प्रतीक थे। उनका व्यक्तित्व असंख्य भक्तों के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। इस सच्चाई को गर्व से स्वीकार करना होगा। संत श्री ने मण्डल के रूप में एक पाठशाला की स्थापना कर ज्ञानमार्ग की ओर ले जाने का सद्प्रयास किया। उनके पुण्य स्मरण से ही ह्रदय में भक्ति की धारा प्रवाहित होने लगती है। संयोजक अम्बरीष कुमार सक्सेना ने कहा कि उनका जीवन और हर कर्म आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा प्रदान करता था। उनके श्रेष्ठ कर्मों की मिसाल यहाँ उपस्थित लोगों से प्रतीत हो रही है।
लखनऊ के अध्यक्ष राजेश पाण्डेय ने कहा कि संत कृष्ण कन्हैया सत्यं शिवं सुंदरम् के प्रतीक थे। यही कारण है कि उनके विचारों में केवल सत्य का उद्भास था। जिसके कारण शिवत्व की प्राप्ति भी उनमें सहजतः हो गई। उनके विचारों की सार्वभौमिकता का सबसे बड़ा कारण है कि वे गहरे विचारक होते हुए भी किसी विचार से बंधे हुए नहीं थे। उनके विचार इतने प्रभावपूर्ण होते थे कि अनायास ही अंतर में झांकने को विवश कर देते हैं।
लखीमपुर के जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद ने कहा कि शिव सत्संग मण्डल के आश्रम पर आने से अत्यंत शांति और आनंद की अनुभूति होती है। निगोही के अध्यक्ष विनोद मिश्रा ने कहा कि भारत ऋषि प्रधान देश है। भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिक मूल्यों पर आधारित होकर ही समग्र जीवन का कल्याण संभव है।
जिलाध्यक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि सकारात्मक व रचनात्मक समाज के निर्माण में शिव सत्संग मण्डल का अद्वितीय योगदान है। लोगों को अध्यात्म की धारा से जोड़कर ही, समाज में फ़ैल रही विषमताओं एवं विशंगतियों को काम किया जा सकता है। प्रचारक/व्यवस्था प्रमुख जमुना दीन ने कहा कि धर्म अध्यात्म के क्षेत्र में एक ऐसी मुहिम की आवश्यकता है। जिससे लोग धर्म अध्यात्म से जुड़ें। रामअवतार ने दान व सेवा के महत्व को रेखांकित किया। प्रचार प्रमुख महावीर सिंह ने संस्थापक का जीवन परिचय प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि नवनीत गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर, मण्डल महामंत्री त्रिपुरेश पांडेय ने शिव प्रतिमा का अनावरण कर एवं डॉ संदीप चौरसिया ने सामूहिक ईश प्रार्थना से किया।महात्मा रवींद्र ने प्रेरणादायी भजन सुनकर श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर लिया। दिन में हुए कन्या भोज में आस पास के ग्रामीण अंचल की सैकड़ों कन्याओं ने भोज में सहभागिता की। मंडलाध्यक्ष आचार्य अशोक ने सभी अभ्यागतों का आभार व्यक्त करते हुए लोकहित में सत्संग करने पर बल दिया। अंत में सभी सत्संगी जनों ने रोज़ाना ब्रह्म मुहूर्त में उठकर प्रभु का सुमिरन करने एवं प्रकाश स्वरूप से ध्यान लगाने का शिव संकल्प लिया।