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हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम हुई फायरिंग, सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद

चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल
कानपुर। कानपुर में गुरुवार को देर रात हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हुए हमले से आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी। जिससे पूरे उत्तर प्रदेश सहित पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत गुरुवार की रात को कानपुर की पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए गई हुई थी जिसमें हिस्ट्रीशीटर के गुर्गों ने अंधेरा का फायदा उठाते हुए पूरी पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसके चलते क्षेत्राधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जिसकी पुष्टि एडीजी जय नारायण सिंह के द्वारा की गई। जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल भी बताए जा रहे हैं इन सभी घायल पुलिसकर्मियों को गंभीर हालत में रेजेंसी में भर्ती कराया गया।
यह पूरा घटनाक्रम कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिकरू का है बीती रात पुलिस कर्मियों द्वारा लगभग 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के घर पर दबिश डाली। जहां पर उसके एक दर्जन से अधिक साथियों ने पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। यह फायरिंग घर के अंदर और छत से की गई। जिसमें क्षेत्राधिकारी बिल्हौर एवं उप निरीक्षक शिवराजपुर महेश यादव शहीद हो गए तथा उनके साथ करीब 8 साथी पुलिसकर्मी भी शहीद हुए जबकि एसओ बिठूर एक दरोगा सहित कई पुलिसकर्मियों को गोली भी लगे जिन्हें गंभीर हालत में भर्ती कराया गया साथ ही कई पुलिसकर्मी लापता बताए जा रहे हैं। फिलहाल पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है साथ ही गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने दिए सख्त कार्यवाही के निर्देश –
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की और साथ ही पूरे मामले की रिपोर्ट जल्द से जल्द मांगी। इसके अलावा डीजीपी एचसी अवस्थी से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। इस मुठभेड़ के दौरान बिठूर थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों को गोली लगी।
पहले से ही रहा आपराधिक –
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास दुबे पर एक मुकदमे के चलते 25000 का इनाम घोषित है विकास दुबे का अगर आपराधिक इतिहास देखा जाए तो इसके खिलाफ 53 हत्या के प्रयास के मुकदमे चल रहे हैं। साथ ही उसने अपना एक गैंग बना रखा है जिनकी मदद से लूट डकैती हत्याएं जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा।लगभग 19 साल पहले विकास दुबे ने थाने में घुसकर एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की हत्या की और इसके बाद उसने राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिश करने लगा इसके अलावा विकास दुबे पूर्व प्रधान हुआ जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है।
शहीद हुए पुलिसकर्मियों में
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हुए हमले के दौरान शहीद हुए जांबाज पुलिसकर्मियों में देवेन्द्र मिश्रा क्षेत्राधिकारी बिल्हौर, उप निरीक्षक महेश चंद्र यादव, उपनिरीक्षक अनूप कुमार सिंह, उपनिरीक्षक नेबू लाल, कॉन्स्टेबल जितेंद्र पाल, कांस्टेबिल सुल्तान सिंह, कांस्टेबिल बबलू कुमार, कांस्टेबिल राहुल कुमार।

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