लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही योगी सरकार बुधवार से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के द्वितीय चरण शुरुआत कर दी गई है। एक से 31 जुलाई तक चलने वाले स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जन-जन को स्वस्थ रखना ही सरकार का लक्ष्य है। बरिश के मौसम में बीमारियों की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। जरा सी असावधानी के कारण ये बीमारियां किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती हैं। यहा कारण है कि इन बीमारियों के प्रति जनजागरूकता के साथ बचाव के अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को नियंत्रित करने में भी स्वच्छता की बड़ी भूमिका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ अवसर पर कहा कि कोरोना की तरह की संचारी रोग से भी डटकर मुकाबला करेंगे। सीएम योगी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि अनलॉक को हल्के में ना लें, क्योंकि लोग अगर सावधानी नहीं बरते तो करोना का प्रसार तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की पीठ थपथपाई और कहा कि कोरोना महामारी में यूपी जैसी बड़ी आबादी वाले राज्य में बहुत बेहतर काम हुआ है। आज कोविड-19 अस्पतालों में करीब डेढ़ लाख बेड हैं। जल्द जांच को बढ़ाकर 30 हजार प्रतिदिन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2016 और 2017 में यूपी में सिर्फ इंसेफ्लाइटिस से प्रतिवर्ष 600 से ज्यादा होती थी। यदि इसके बाद के वर्षों के आकड़े देखेंगे को लगातार इन मौतों की सख्या कम हुई है। वर्ष 2019 तक यह घटकर 126 तक आ गई थी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से इस वर्ष कोरोना काल में स्वच्छता और सैनेटाइजेशन का अभियान चला उससे इन मौतों में और कमी आएगी। जिस बीमारी ने पिछले चालीस वर्षों में हजारों बच्चों को निगल गई हो, उस बीमारी को साठ फीसदी कम करे में सफलता मिले, यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन की बड़ी भूमिका है। इस मिशन के तहत गांव-गांव में शौचालय बने और स्वच्छता अभियान चला, जिसके कारण इस बीमारी को रोकने में सफलता मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर विशेष सफाई दल को हरी झंडी दिखाई। यह सफाई दल पूरे प्रदेश में गांव और मोहल्ले में जाकर सफाई और सैनिटाइजेशन का काम करेगा। लोगों को उल्टी, दस्त जेई व एईएस आदि संचारी रोग से बचाने के लिए उन्हें जागरूक किया जाएगा। यह अभियान 31 जुलाई तक चलेगा।