लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान का बुधवार को अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग से शुभारंभ किया। ये अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। इस अभियान के तहत लोगों में जागरूकता लाने एवं साफ सफाई करने के लिए जागरूक किया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना हरदोई में एवं चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह ने सिद्धार्थ नगर में अभियान का शुभारंभ किया। दस्तक अभियान 16 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। जिसमें आशा वर्कर्स इन बीमारियों से बचने के उपाय के बारे में लोगों को जागरूक करेंगी।
कोरोना संक्रमण से चल रही जंग के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़े लक्ष्यों की ओर भी सधे कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही सरकार बुधवार से संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से किया। संचारी रोग नियंत्रण अभियान अंतरविभागीय समन्वय के साथ चलाया जाएगा। इसी समन्वय के साथ पांच जुलाई को 25 करोड़ पौधारोपण अभियान के लक्ष्य को पूरा करने पर सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि दोनों अभियानों में जनप्रतिनिधि और स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता जरूरी है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के प्रथम चरण में जागरूकता व अन्य कार्यक्रम होंगे।
इसी क्रम में 16 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों को मजबूत कर एईएस/जेई से संबंधित मृत्यु दर को पिछले वर्षों में न्यूनतम किया जा चुका है। इन सभी व्यवस्थाओं से कोविड-19 और संचारी रोगों के आंकड़ों को न्यूनतम किया जा सकता है। इसी प्रकार आगे भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहें। योगी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत छूटे शौचालय निर्माण कार्य को हर हाल में पूरा किया जाए। ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माण एक से डेढ़ महीने में प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
किसने कहाँ से की शुरुआत –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ में इस अभियान की शुरुआत की तो वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना हरदोई से इस अभियान की शुरुआत की। सिद्धार्थनगर में चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह , बहराइच में चिकित्सा राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने संचारी रोग अभियान को शुरू किया। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, नगर विकास, पंचायतीराज, पशुपालन विभाग इत्यादि के स्टाल लगवा कर जागरूकता फैलाई जाएगी साथ ही इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाएगा कि सीमित संख्या में लोग बुलाए जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।