कालपी/जालौन। कालपी तहसील के महेवा क्षेत्र में ज्यादातर तालाबों पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है जिसका उदाहरण बुधवार को महेवा में देखने को मिला जहां दबंगों ने तालाब को पाटकर उसमें गंदा पानी डाल दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को विकास खंड महेवा के खंड विकास अधिकारी पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं। इसकी वानिगी समय समय पर देखने को मिल जाती है।
गत 3 दिसंबर को महेवा वासियों ने संपूर्ण समाधान दिवस में विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में तथा पुलिस अधीक्षक डा. सतीश कुमार की मौजूदगी में गंदगी का अंबार लगे रहने की शिकायत की थी। इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ तो पिछले दिन ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की जिसको संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी ने तुरंत उपजिलाधिकारी कालपी को मौके पर जाकर हकीकत देखने का आदेश दिया था जिसको लेकर बुधवार को तहसीलदार शशिवेंद्र द्विवेदी ने अपने अमले के साथ महेवा गांव पहुंचकर नापजोख करवाई तथा सफाई करवाई तथा मशीन से गंदे पानी को निकलवाया जिससे शिकायतकर्ता खुश नजर आए।
बताते चलें कि महेवा विकास खंड के ग्राम महेवा निवासीगण भूरा पुत्र समरथ सिंह, सड्डू पुत्र रामगोपाल, गंभीर पुत्र प्रेम सिंह, राजकुमार पुत्र समरथ सिंह आदि के खिलाफ कई बार शिकायत करने वाले कामता प्रसाद पुत्र गजाधर, बहादुर पाल पुत्र गजाधर, लाल सिंह पुत्र भाईलाल, रामेश्वर पुत्र सरमन पाल, बाबूराम पाल पुत्र रामनाथ आदि निवासीगणों ने परिवार सहित जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री पोर्टल तथा उच्चाधिकारियों से कई बार शिकायत के बाद संबंधित अधिकारी के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की तथा बीडीओ की दबंगई के बैनर पोस्टर आदि में स्लोगन लिखकर तहसील परिसर में विरोध प्रर्दशन कर तहसील दिवस की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर के समक्ष प्रस्तुत शिकायत करते हुए दबंगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके घरों के सामने कूड़ा डाला जा रहा है जब मना किया गया तो उनसे अभद्रता कर देते हैं और आए दिन मारपीट भी करते हैं। इस संबध में कई बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर कई बार शिकायत भी दर्ज करवाई है। इतना ही नही आपके यहां पर कई बार आपके आदेशों को रद्दी की टोकरी में डालकर देते है। खंड विकास अधिकारी दंबग लोगों से मिलकर फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायत निस्तारण कर देते हैं।
उक्त पीड़ित लोगों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि दबंगों को उनके घर के सामने कूड़ा डालने से मना किया जाए जिसको संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी ने तुरंत उपजिलाधिकारी कालपी कौशल कुमार को मौके पर भेजकर तुरंत तालाब से कब्जा हटवाने को आदेशित किया जिस पर बुधवार को तहसीलदार शशिवंद द्विवेदी, नायब तहसीलदार राकेश पाल, लेखपाल शिवकुमार द्विवेदी सहित कई कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो वहां पर तालाब पर जिन लोगों के कब्जे थे उन्हें ट्रैक्टर लगाकर हटवाया गया जिससे शिकायतकर्ता संतुष्ट नजर आए।