लखनऊ। कोरोना जैसी भयानक वैश्विक महामारी में भी 102, 108 और एएलएस के कर्मचारी लगातार लोगों को निरंतर सेवा दे रहे हैं। वही एम्बुलेन्स कर्मियो का आरोप है दिन रात इतनी मेहनत करने के बाद भी उसको चलाने वाली कंपनी जीवीके एमआरआई लगातार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है और अपनी गतिविधियो को बरकरार करते हुए शोषण पर शोषण करती जा रही है। इसी को मद्देनजर रखते हुए एम्बुलेन्स कर्मियो ने शासन-प्रशासन को चेतावनी देने तथा अपनी बात को ऊपर तक पहुंचाने और एम्बुलेन्स कर्मियो के प्रति शोषण रोकने और जीवीके के कालाबाजारी और घोटाला को रोकने के लिए सोमवार को शांतिपूर्ण तरीके से इटौंजा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के सामने अपनी कमेटी के साथ बैठकर धरना प्रदर्शन किया। एंबुलेंस कर्मियों का आरोप है यह निश्चय कर लिया है कि कार्यरत लोगो के प्रति हो रहे अत्याचार और शोषण को रोककर फर्जी घोटालो को रोककर जीवीके कंपनी को मुंहतोड़ जवाब देने की ठानी है। सोनू तिवारी कोषाध्यक्ष ने बताया जिसके चलते सोमवार को 102 एंबुलेंस का कार्य ठप कर दिया गया है। एंबुलेंस कर्मियों ने मांग की है कि शासन द्वारा वेतन की भुगतान की तारीख निश्चित की जाए और सात दिन के अंदर वेतन दिया जाए, कार्य समय से ज्यादा पड़ने पर उसे डबल दर से किया जाये। कर्मचारियों ने कहा यदि जल्दी ही कोई फैसला अगर कंपनी नहीं ले रही है इसके बाद बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।