– खांसी, बुखार और फ्लू संबंधी मरीजों की होगी जांच, रखा जाएगा रिकार्ड उरई/जालौन। जिला अस्पताल, महिला अस्पताल समेत सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पांच ब्लाक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 30 न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और छह नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना हेल्प डेस्क की स्थापना हो चुकी है और आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों की जांच भी की जा रही है।
कोविड 19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है और संक्रमण के फैलाव रोकने के लिए विभागीय स्तर पर मुस्तैदी से काम कर रहा है। इसके तहत सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। अधिकांश जगह हेल्प डेस्क ने काम करना भी शुरु कर दिया है। इस हेल्प डेस्क में फ्लू, खांसी बुखार जैसे रोगों की जांच सहित अन्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इससे कोरोना संक्रमित की समय से पहचान, जांच और इलाज हो सकेगा। जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) डा. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि हेल्प डेस्क पर बुखार, फ्लू, खांसी जैसी बीमारियों की जांच होगी। जांच करने के लिए कर्मचारी की तैनाती कर दी गई है और उन्हें थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर भी उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज की प्रक्रिया वहीं रहेगी लेकिन खांसी, बुखार और फ्लू जैसे रोगों की जांच और सलाह के लिए हेल्प डेस्क काम करेगी। हेल्प डेस्क खांसी, बुखार और फ्लू लक्षण वाले मरीजों का पूरा रिकार्ड रखेगी, ताकि वक्त पर काम आ सके। उन्होंने बताया कि अब निजी अस्पतालों को भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तरफ से हेल्प डेस्क स्थापित करने के लिए निर्देशित किया गया है।