उरई/जालौन। कोरोना संकटकाल में देश में लाखों मजदूरों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा जिसके कारण उनके सामने अपने परिवार के भरण पोषण की चिंताएं बढ़ने लगे ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपने ही जिले में रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया जिसके बाद प्रत्येक राज्यों में प्रवासी मजदूरों के लिए प्रत्येक जिले स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया गया जिसको लेकर आज दिन शुक्रवार को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद किया जिसके अंतर्गत जनपद जालौन में भी प्रधानमंत्री ने प्रवासी मजदूरों के साथ संवाद किया और उनके हालचाल को पूछा साथ ही उन्हें जीविका चलाने के लिए रोजगार उपलब्ध हुआ या नहीं इस संबंध में भी संवाद किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर जनपद जालौन के ग्राम बरहा विकासखंड डकोर तहसील उरई में श्रमिकों से सीधा संवाद किया गया इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा तीन श्रमिकों जिनमें दीपू नितिन कुमार एवं अमरेंद्र को संवाद के लिए चयनित किया गया था जिसमें श्रमिक दीपू ग्राम वर्धा विकास खंड डकोर से प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से वार्ता की गई और वार्ता के दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी ने श्रमिक दीपू पूछा कि इससे पहले कहां पर और क्या कार्य कर रहे थे जिस पर दीपू ने बताया कि मैं हैदराबाद में एल्यूमीनियम शीट का कार्य करते थे लेकिन लॉकडाउन के चलते मैं वहां से अपना कार्य छोड़कर घर वापस आ गया और एक माह बाद मुझे जनपद में संचालित बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में कार्य करने का अवसर मिला जिसमें मैं पुलिया निर्माण का कार्य कर रहा हूं और इसमें मुझे अच्छा पैसा मिल रहा है और मैं और मेरा परिवार इस कार्य से प्राप्त पैसों को लेकर बहुत खुश है प्रधानमंत्री द्वारा बताया गया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे निर्माण से बुंदेलखंड का विकास होगा जिससे अनेक प्रकार की योजनाएं संचालित होंगी साथ ही बुंदेलखंड के लोगों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा इस दौरान सांसद भानु प्रताप वर्मा, सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा, माधौगढ़ विधायक मूलचन्द्र निरंजन, जनपद जालौन के जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर, मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, एडीएम प्रमिल कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर सत्येंद्र सिंह, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से जुड़े अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।