– खंड हमीरपुर में खनन जनपद जालौन में कदौरा/जालौन। एक तरफ सरकार पर्यावरण संतुलन को लेकर कई उपाय कर रही है वहीं दूसरी तरफ बालू माफिया व पट्टाधारक नियमों को ताक पर रखकर खनिज संपदा को लूट रहे हैं। कदौरा क्षेत्र के बालू घाटों में दशकों से यही हालत हैं और चाह कर भी जिम्मेदार उक्त लोगों पर लगाम नहीं कस पा रहे हैं।
गौरतलब हो कि बेतवा से सटे खनन पट्टों में बड़ागांव में भेंड़ी खंड तीन व चार में माफिया राज है जहां पट्टाधारक से लेकर माफिया अपनी मनमानी पर आमादा हैं। कहने को तो सरकारी खनिज संपदा के लिए शासन प्रशासन व कोर्ट से बड़े नियम कायदों को मद्देनजर रखते हुए बालू घाटों का संचालन करवाया जाता है लेकिन दूरदराज के पट्टाधारक कदौरा क्षेत्र में वर्तमान में चोरी छिपे बड़ागांव व भेड़ी के दोनों खंडों पर सारे नियमों को ताक पर रखकर घाट संचालक नदी की धार से खनन कर कुदरत की नायाब धरोहर से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं।
हालात ये हैं कि उक्त पट्टों में संचालक टीम द्वारा अमानवीय मशीनों को नदी की धार से बालू निकालते देखा जा सकता है। बड़ागांव में कई बार ग्रामीणों द्वारा डीएम सहित विभागों को सूचना भी दी गई लेकिन कोई गौर न हो सका और धरोहर के दुश्मन आज भी अवैध तरीके से खनन पर आमादा हैं और भेड़ी के खंड संख्या तीन व चार में भी यही हालत हैं जहां घाट संचालकों द्वारा जबरन पिलर बनाकर अवैध तरीके से खनन को अंजाम दिया जाता है जिसे विगत दिन जांच के दौरान एडीएम प्रमिल सिंह द्वारा पिलर ध्वस्त कराया गया और इन घाटों को लेकर कई बार ग्रामीणों ने शिकायत भी की।
हैरत की बात ये है कि जब भी जांच मौके पर पहुंची तो लोकेशन सिस्टम के चलते उक्त तीनों घाटों पर पहले ही मशीनें छिपाकर सब व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर दी जाती हैं। इतना ही नहीं उक्त माफिया भी छिप जाते हैं। क्षेत्र में एनजीटी से लेकर कोर्ट के सारे नियम ताक में रखे जाते हैं। आए दिन नदियों में मशीनों का तांडव देखने वाले ग्रामीणों द्वारा गुप्त रूप से बताया गया कि उक्त माफिया कभी भी कही भी मशीनों से खनन करते हैं चाहे वो नदी की धार हो या आसपास की सहकारी खंड हो।
कहने के लिए बड़ागांव हमीरपुर का खंड है लेकिन खनन दोनों ओर किया जाता है क्योंकि बंदूकों से लैस उक्त माफियाओं को प्रशासन का कोई खौफ नहीं है। कोई आपत्ति लगाए तो स्पष्ट कहा जाता है कि सबको महीना जाता है खनन अपने तरीके से ही करेंगे।