उरई/जालौन। सोच फाउंडेशन टीम उरई ने अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रमिक विरोध दिवस पर बाल मजदूरी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए मुहिम शुरू की। साथ ही साथ आज उरई के नेत्रहीन बाल विद्यालयों शांति नगर व व कोंच बस स्टैंड के आस-पास मलिन बस्तियों में रह रहे बाल मजदूरों जो कि बूटपोलिस, होटलों में काम, पेपर बांटने, ढाबों में काम करते हैं उनसे जाकर मिले व उनके अभिभावकों को बाल श्रम व कोरोना को लेकर जागरूक किया। आज सोच फाउंडेशन टीम के सदस्यों ने उनके माता पिता से मिलकर उनसे बात की कि जो समय बच्चों के पढऩे का है उसमें उनसे बाल मजदूरी न कराएं जिससे उनकी मासूमियत न छिने और न ही उनका भविष्य खराब हो। टीम के सभी सदस्यों ने आमजन मानस व संस्थाओं से गुजारिश की कि अगर कहीं भी बच्चे बाल मजदूरी करते हुए दिखें तो उनके माता पिता को समझाएं व उनकी मदद करें। सोच फाउंडेशन के उरई कोआर्डिनेटर आलोक रायकवार ने लोगों को कोरोना के प्रति भी जागरूक किया व मास्क, फल, खाने के कुछ पैकेट, फ्रूटी आदि का वितरण किया। उक्त कार्य में टीम में जीतू शुक्ला, गौरव विश्वकर्मा, दीपक राठौड़, दीपक, सागर शिवहरे, श्याम यादव, मुकेश यादव, सुरेंद्र मौखरी ने सहयोग किया।