– पुलिस बनी रही तमाशबीन, प्रधान ने जिलाधिकारी से की शिकायत उरई/जालौन। खरका में भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा जबरन मनरेगा का कार्य रुकवाए जाने को लेकर ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी डा. मन्नान अख्तर को शिकायती पत्र सौंपा और पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ग्राम प्रधान अनीता देवी व उनके पति मुकेश राजपूत ने बताया कि शासन की मंशानुसार ग्रामवासियों व प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा के तहत चकरोड का निर्माण कराया जा रहा था जिसमें आधा सैकड़ा मजदूर काम कर रहे थे तभी सत्ता की हनक दिखाते हुए डकोर मंडल अध्यक्ष मंगल राजपूत अपने आठ दस अज्ञात साथियों के साथ आए और उनसे अपने फर्जी जाब कार्डों पर जाब शीट बनवाने का दबाव बनाने लगे तथा मनरेगा कार्य को जबरन रोक दिया और मजदूरों के साथ हाथापाई करने लगे। हालांकि मौके पर पुलिस भी मौजूद थी। पुलिस के सामने ही सत्ताधारी ने काम को बंद करा दिया जबकि तहसीलदार उरई के द्वारा ग्राम खरका में चकरोड के सीमांकन हेतु अनुमति प्राप्त है जिसके चलते उक्त मामले को लेकर पहले से ही तहसीलदार को अवगत करा दिया गया था मनरेगा के इस काम में कुछ लोग अड़चन पैदा कर सकते हैं जिसके चलते पुलिस को मौके पर बुला लिया गया था। इसके बावजूद भी सत्ताधारी मंडल अध्यक्ष ने सत्ता की हनक के चलते काम को रुकवा दिया। शिकायती पत्र के माध्यम से प्रधान ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि इस लाक डाउन की स्थिति में प्रवासी ग्रामवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्य को संपूर्ण कराया जाए व कार्य को बंद कराने आए मंडल अध्यक्ष व उनके सहयोगियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाए।