– विकास के नाम पर हुआ अदृश्य चमत्कार
– न नाला न ही नाली और न ही सड़क
– बल्लियों के सहारे झूलते बिजली के तार
उरई/जालौन। हमारे देश के पीएम और प्रदेश के सीएम की एक ही परिकल्पना स्वच्छ हो भारत, स्वच्छ हो प्रदेश। शायद इसी अवधारणा के आधार पर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगा है और हकीकत भी दिखाई दे रही है। लेकिन कुछ जगह ऐसी हैं जहां इसका एकदम उल्टा है जहां पर मोहल्लों में न तो पक्की सड़क है और न ही नाली नाला।
हम बात कर रहे हैं जनपद जालौन के मुख्यालय उरई शहर की जहां पर ऐसी ही समस्या मीडिया के सामने मोहल्ले वासियों ने बताई। उनका कहना है कि क्या यह मोहल्ला नगर पालिका उरई की सरहद में नहीं आता, क्या यहां स्वच्छ भारत अभियान लागू नहीं होता, क्या यहां सुगम सड़कों व गलियों को बनाने का आदेश नहीं है आदि ऐसे ही कई प्रश्नवाचक शिकायतें उनके द्वारा कही गई।
मोहल्लेवासियों के अनुसार वार्ड नंबर 16 नया पटेल नगर स्थान ठड़ेश्वरी मंदिर के पीछे अग्रवाल फार्म हाउस से जालौन बाईपास रोड तक नाला बनाने का एक आदेश जारी किया गया था लेकिन किन्ही कारणों बस यह नाला नहीं बना। इसके बाद यहां गलियों में न तो कोई पक्की सड़क है और न ही कोई इंटरलॉकिंग। जिससे मोहल्ला वासियों को आवागमन में असुविधा मिल सके है।
इसके अलावा इस पूरे मोहल्ले में कहीं भी बिजली के खंभे नहीं लगाए गए लेकिन प्रत्येक घर में बिजली विभाग द्वारा मीटर अवश्य लगा दिए गए और नियमानुसार बिल का भुगतान भी होता है। जबकि नियमानुसार किसी भी मोहल्ले में सबसे पहले खंभों की व्यवस्था की जाती है जिसके बाद सुचारू रूप से विद्युत लाइन डालकर प्रत्येक घरों को बिजली उपलब्ध कराई जाती है जबकि ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।
साथ ही मोहल्ले वासियों ने यह भी बताया कि इस पूरे मोहल्ले में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है प्रत्येक घर अपने निजी व्यवस्था कर पानी का उपयोग करते हैं। इसके अलावा इस मोहल्ले की सबसे बड़ी समस्या घरों की नालियों से निकलने वाला पानी है चूँकि इस पूरे मोहल्ले में नगर पालिका द्वारा न ही पक्की सड़क बनायी गयी और न नालियां। जिसके कारण गलियों में जगह जगह कीचड़ ही कीचड़ दिखाई दे यह है। जो कि नवनिर्मित मकानों की बीमों में समा रहा है साथ ही बच्चे व बुजुर्गों के गिरने का खतरा हमेसा बना रहता है।
जब इस सम्बन्ध में मोहल्ला वासियों ने नगर पालिका से संपर्क किया तो उन्होंने टहलना शुरू कर दिया। यहाँ तक कि नपाध्यक्ष भी हर बार इस समस्या को एक दूसरे पर टरकाते रहे। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इन मोहल्लावासियों की समस्याओं को कौन सुनेगा आखिर किसकी यह जिम्मेदारी है। जिससे इन सभी समस्याओं का निराकरण हो सके। इस दौरान रामकुमार गुप्ता प्रदीप प्रजापति नरेंद्र कुमार संजय अग्रवाल अंबिका शरण मिश्रा अनुज उपाध्याय हिमांशु अग्रवाल आलोक कुमार उमेश चंद्र लोकेन्द्र कुमार रमाकांत उपाध्याय राजेश उपाध्याय अंकुर तिवारी आदि मोहल्लावासी मौजूद रहे।