– समाजसेवियों ने की गौवंशीय पशुओं की व्यवस्था गौशाला में कराने की मांग जालौन। सड़क पर घूमते आवारा जानवरों के रहने खाने की समुचित व्यवस्था न होने के कारण आवारा जानवर सडक़ों पर घूमकर आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। समाजसेवियों ने आवारा घूम रहे गौवंशीय पशुओं की रहने व चारे की व्यवस्था गौशालाओं में कराने की मांग की है। नगर व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में गौशालाएं संचालित हो रही हैं। लाक डाउन के पहले तक गौशालाएं शासन की प्राथमिकता पर थी जिससे काफी हद तक अन्ना पशुओं की समस्या से किसानों को राहत मिली थी। गौवंशीय पशुओं के गौशालाओं में ही रहने व चारे की व्यवस्था की जा रही थी लेकिन लाक डाउन के चलते लोगों का ध्यान इस ओर से हट गया। अधिकांश गौशालाओं में चारे की व्यवस्था न होने के चलते उन्हें अन्ना छोड़ दिया गया है जिससे गायें एक बार फिर सडक़ों पर नजर आने लगी हैं। सड़क पर घूमते अन्ना जानवर तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आकर दुर्घटनाओं का शिकार होकर घायल हो रहे हैं। सोमवार की रात को अज्ञात वाहन ने सब्जी मंडी के पास एक गाय को टक्कर मार दी जिससे वह घायल हो गई है। मौके पर पहुंचे अशफाक राइन ने घायल गाय को नगर पालिका के सहयोग से उपचार के बाद गौशाला में भेजा। समाजसेवी अशफाक राइन, विपुल दीक्षित, राहुल, प्रतीककांत चंसौलिया, अमित तिवारी आदि ने डीएम से मांग की है कि नगर के आसपास की सड़कों पर आवारा घूम रहे अन्ना जानवरों की व्यवस्था गौशालाओं में कराई जाए जिससे इन्हें दुर्घटनाओं में घायल होने से बचाया जा सके।