जालौन। सोमवार से मंदिर व मस्जिद खुलने के बाद दूसरे दिन मंदिर खुलने से पहले उन्हें साफ सफाई कर सेनेटाइज किया गया ताकि संक्रमण का खतरा न रहे। इस दौरान मंदिर व मस्जिदों में मास्क लगाकर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन कराया गया। सोमवार को लगभग ढाई महीने बाद धार्मिक स्थलों का खोला गया जिसमें श्रद्धालुओं ने मंदिर में स्थापित देवी देवताओं के दर्शन कर जयकारे लगाए। दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहने के बाद मंगलवार को मंदिर व मस्जिद खोलने से पूर्व उनकी साफ सफाई कर उन्हें सेनेटाइज किया गया। दूसरे दिन भी बिना मास्क लगाकर मंदिर व मस्जिद में पहुंचने वालों को वापस लौटाया गया। प्रवेश द्वारा पर रखे सेनेटाइजर से प्रवेश से पूर्व व निकलने के बाद श्रद्धालुओं के हाथों को सेनेटाइज कराया गया। इस दौरान मंदिरों व मस्जिदों में एक बार में मात्र पांच लोगों को ही प्रवेश दिया गया। उनके निकलने पर अगले पांच लोगों को प्रवेश दिया गया। यह सिलसिला दिन भर जारी रहा। नगर के छोटी माता स्थित मंदिर को पुजारी कल्लू महंत, बड़ी माता मंदिर को पुजारी दीपक कुशवाहा की देखरेख में सेनेटाइज किया गया। उधर नारोभास्कर स्थित सुब्हानी मस्जिद को मौलाना शहाबुद्दीन, जामा मस्जिद को मौलाना उवैश साहब, मदरसा वाली मस्जिद को कारी उजैर साहब, तकियावाली मस्जिद को मौलाना साबिर की देखरेख में सेनेटाइज किया गया। सभी धर्मगुरुओं ने कहा कि सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का हर हाल में पालन कराया जाएगा।