पीड़िता को मिला आधा अधूरा न्याय, सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपियों को बनाया सहयोगी एएसपी औैर सीओ भी पहुंचे गांव, पीडि़ता से बातचीत के बाद एफआई के दिए निर्देेश कोंच/जालौन। एट थाना क्षेत्र के ग्राम सतोह में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामलेे मेें नाबालिग पीड़िता को हालांकि न्याय मिल गया हैै औैर एएसपी तथा सीओ के गांव पहुंचनेे तथा पीडि़ता से बातचीत के बाद थाना पुलिस नेे एफआईआर पंजीकृत कर ली हैै लेेकिन पीड़िता अभी भी इससेे संतुष्ट नहीं नजर आ रही हैै क्योंकि पुलिस ने दर्ज की एफआईआर में एक को ही दुष्कर्म का आरोपी माना हैै जबकि दो अन्य को सहयोगी के रूप मेें नामजद किया गया है। 18 मई की रात हुई सामूहिक दुष्कर्म की वारदात के बाद पीड़िता के परिजन न्याय के लिए पखवाड़ेे भर सेे इधर उधर भटक रहे थेे लेेकिन थाना पुलिस सेे उसेे दुत्कार मिल रही थी। इसके बाद उन्होंनेे मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने केे बाद पुलिस कप्तान सेे मिलेे औैर कप्तान नेे जांच सीओ कोंच आरपी सिंह को देे दी। मीडिया मेें भी यह खबर प्रमुखता के साथ चलनेे के बाद हरकत मेें आए पुलिस विभाग नेे गहराई के साथ मामलेे की पड़ताल की। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अवधेेश सिंह और सीओ आरपी सिंह सोमवार की शाम गांव पहुंचेे औैर पीड़िता से बातचीत करनेे के बाद एफआईआर दर्ज करनेे के निर्देेश एट थाना पुलिस को देे दिए। पुलिस नेे रमाकांत पुत्र रामकृष्ण निवासी सतोह को दुष्कर्म का आरोपी मानते हुए उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 363, 376, 506 तथा 3/4 पॉक्सो एक्ट में मामला पंजीकृत कर लिया हैै। हालांकि जिन अन्य दो आरोपियों रामशंकर उर्फ दीपू पुत्र रामकिशोर तथा राघवेेन्द्र सिंह पुत्र राममनोहर सिंह पर भी किशोरी नेे दुष्कर्म का आरोप लगाया था उन्हेें सहयोगी के रूप मेें पुलिस नेे नामजद कर लिया हैै औैर धाराएं भी वही लगाईं हैं जो मुख्य आरोपी पर लगाई गई हैं, लेेकिन जैैसा कि मीडिया को बताया हैै, किशोरी भी इस आधे अधूरेे न्याय सेे संतुष्ट नहीं है।